अड़ैल में प्रायोजीत उत्सव

अड़ैल बैठकजी

नूतन निजमंदिर द्वार अडै़ल बैठकजी का

विभिन्न पर्वों पर विशेषकर कुम्भ के अवसर पर यहां पर वैष्णवजनों की तथा दर्शनार्थीं यात्रियों एवं स्थानीयजनों की भारी भीड़ एकत्रित होती है। माघ की अमावस्या को यहां पर दीपावली का एवं माघ सुदी प्रतिपदा को गोवर्धन पूजन एवं अन्नकूट का आयोजन भी होता है जिसमें भक्तगण दर्शन एवं प्रसाद का लाभ प्राप्त करते हैं। बड़े गौरव का विषय है कि श्रीमद्धल्लभाचार्यचरण की दो प्रमुख बैठकें आप की मुख्य निवास स्थली एवं श्रीगोपीनाथजी के प्राकट्य स्थल की बैठक अड़ैल तथा आपके द्वितीय पुत्र गुसाईं श्रीविठ्ठलनाथजी की प्राकट्य बैठक चरणाट, षष्ठपीठ मन्दिर श्रीमुकुन्दरायजी श्रीगोपाललालजी के आचार्य के संरक्षण एवं प्रबन्धन में प्राप्त हैं। षष्ठपीठ के आचार्यों द्वारा समय-समय पर इन दोनों बैठकों में अनेक आयोजन किये जाते रहे हैं।

वर्तमान में षष्ठपीठाधीश्वर गो0 108 श्रीश्याममनोहरजी महाराज के षष्ठपीठ की गादी पर विराजने के पश्चात् षष्ठपीठ श्रीगोपालमन्दिर के साथ ही साथ इन दोनों बैठकों की गतिविधियों को भी अत्यन्त महत्वपूर्ण एवं उच्चतम आयाम प्राप्त हुआ है।

अड़ैल की बैठकजी में माघ महीने में माघस्नान के अवसर पर आयोजित दीपावली व अन्नकूट पर भी वैष्णवजन एवं दर्शनार्थी यात्रीजन बहुत बड़ी संख्या में लाभ प्राप्त करते हैं। कुछ वर्षों पूर्व महाकुम्भ के अवसर पर अड़ैल की बैठक में सप्ताहव्यापी श्रीमद्भागवतकथा ज्ञानयज्ञ का अपूर्व आयोजन हुआ था। जिसमें बहुत बड़ी संख्या में वैष्णवजनों ने उपस्थित होकर कथा का आस्वादन किया था। प्रत्येक तीन वर्षों के अन्तराल पर आने वाले परम पवित्र पुरुषोत्तममास के अवसर पर भी दोनों बैठकों में अनेकानेक दिव्यमनोरथों का आयोजन होता रहता है। इसके अतिरिक्त भी वर्षभर जैसे डोल पर, श्रावणमास पर इसी प्रकार अन्य उपयुक्त अवसरों पर भी आयोजन होते रहते हैं।

 

गोपीनाथजी के शताब्दि श्रीमत्प्रभुचरण महोत्सव

पदगान करते श्री प्रियेन्दुबाबाश्री

शोभायात्रा

वैष्णव मंडान